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जोधइया बाई (बैगा) जीवन परिचय Jodhaiya Bai biography in hindi (बैगा चित्रकार) पद्मश्री से सम्मानित 2023

जोधइया बाई (बैगा) का परिचय

आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे है, Jodhaiya Bai biography in hindi –  जिन्होंने बैगा चित्रकारी (आदिवासी चित्रकला) को विलुप्त होने से बचाया है। उनका नाम है जोधइया बाई। जोधइया बाई एक भारतीय आदिवासी चित्रकार है। इनका जन्म मध्यप्रदेश (भारत) में हुआ था। इनकी उम्र वर्तमान में 84 वर्ष है । आइए हम आपको उनके जीवन से परिचित कराते हैं –

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जोधइया बाई (बैगा) जीवन परिचय Jodhaiya Bai biography in hindi (बैगा चित्रकार) पद्मश्री से सम्मानित 2023
जोधइया बाई (बैगा) (बैगा चित्रकार) पद्मश्री से सम्मानित 2023
पुरा नाम – जोधइया बाई
जन्म – 1938 वर्ष
जन्म स्थान – मध्यप्रदेश (भारत)
उम्र – 84 वर्ष (2023 में)
नागरिकता –  भारतीय
धर्म – हिंदू
जाति – आदिवासी 
पेशा – चित्रकार
प्रसिद्धि का कारण – नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित, पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित 2023 में
वर्तमान निवास – लोहरा, गांव उमरिया, मध्यप्रदेश (भारत)
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जोधइया बाई जन्म एवं प्रारम्भिक जीवन (Birth and Early life)

जोधइया बाई का जन्म आज़ादी से पहले साल 1938 मध्यप्रदेश (भारत) में हुआ था। जोधइया बाई को बचपन से ही चित्रकारी का शौक था। जोधइया बाई का बचपन बहुत कठिनाइयों और गरीबी से बीता। वे ज्यादा कभी स्कूल भी नही गई थी। पद्मश्री अवार्ड लिस्ट । 

 जोधइया बाई की शिक्षा (Education)

जोधइया बाई एक आदिवासी अशिक्षित महिला हैं वह कभी स्कूल नही गई। 70 साल की उम्र में जोधइया ने चित्रकारी आशीष स्वामी से सीखी थी, और आशीष स्वामी ने उन्हें बैगा चित्रकारी की लिए प्रेरित किया। Jodhaiya Bai hindi

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जोधइया बाई का परिवार (Family)

जोधइया बाई का जन्म उमरिया जिले के एक आदिवासी परिवार में हुआ था। जोधइया बाई की शादी बहुत कम उम्र में ही हो गई थीं, लेकिन 40 साल की उम्र में उनके पति चल बसे। जोधइया के परिवार में उनके बेटे और बहू हैं। Jodhaiya Bai story in hindi. 

जोधइया बाई की शारीरिक बनावट (Physical appearance)

  • उम्र – 84 वर्ष (2023 में)
  • वजन – 50 kg
  • हाइट – 5 फीट1 इंच 
  • बालों का रंग – सफेद 
  • त्वचा का रंग – सांवला 
  • आंखो का रंग  – काला 

जोधइया बाई का करियर (Career)

जोधइया बाई एक अशिक्षित आदिवासी महिला है, वे कभी स्कूल नही गई। जोधइया बाई एक बैगा चित्रकार है। जब जोधइया 40 साल की थी तब उनके पति की मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद परिवार पालना मुस्किल था। वे खेत में जाकर काम करती थीं । 70 वर्ष की उम्र में जोधइया बाई की मुलाकात चित्रकार आशीष स्वामी से हुई, तब उन्होंने जोधइया बाई को साफ सफाई के काम के लिए रख लिया। आशीष स्वामी ने जोधईया बाई की कला को उभेरा। जोधइया बाई एक अंतराष्ट्रीय चित्रकार हैं। उनके बनाए गए चित्र भारत के साथ साथ इटली, फ्रांस में लगाए जाते है। जोधइया बाई के चित्रों ने इटली में रंग बिखेरा है। उन्होंने विलुप्त होने वाली बैगा चित्रकारी को बचा के रखा है। वर्तमान 2023 में जोधइया बाई को राष्ट्रीयपति द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। जोधइया बाई की चित्रकारी विदेशों में भी काफी प्रसिद्ध हैं। जोधइया बाई ने लोहरा गांव उमरिया जिले में स्थित जनगण तस्वीर खाना से आदिवासी कला बैगा की शुरूआत की थी। जोधइया बाई ज्यादा पढ़ी लिखी नही हैं, लेकिन 10 साल से इन्होंने बैगा जनजाति की प्राचीन बैगिन चित्रकारी को दुनियां में प्रसिद्ध कर दिया। पद्मश्री पुरस्कार , Jodhaiya Bai in hindi. 

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जोधइया बाई की बैगा चित्रकारी

बैगा चित्रकारी क्या है

बैगा एक जनजाति का शब्द है, जिसका मतलब पुरोहित होता है। जनजाति की सबसे ज्यादा संख्या मध्य प्रदेश में पाई जाती है। बैगा चित्रकला में देवी देवताओं, पेड़ पौधे, नदी, पहाड़ आदि चित्रों की चित्रकाला की जाती है। कल्पना के आधार पर चित्र को रंगो द्वारा उकेरा जाता है।

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जोधइया बाई के सम्मान और अवॉर्ड्स (Rewards and awards

  • बैगा चित्रकारी को जीवित रखने के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित।
  • साल 2023 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित।
  • पद्मश्री जोधइया बाई (अम्मा)
  • जोधइया बाई की जीवन की कुछ रोचक बातें (Interesting facts)
  • जोधइया बाई बैगा एक भारतीय आदिवासी महिला है, जिन्होंने बैगा चित्रकारी को विलुप्त होने से बचाया है।
  • जोधइया बाई वर्तमान 2023 में 84 वर्ष की हैं।
  • जोधइया अम्मा के पति की मौत बहुत कम उम्र में ही हो चुकी थी।
  • जोधइया बाई ने 40 साल की उम्र में पति को खोने के बाद चित्रकारी शुरु की क्योंकि उन्हें परिवार चलाने के लिए कुछ काम तो करना था।
  • जोधइया बाई कहती है की – बैगा चित्रकारी को बचाए रखना हैं इस लुप्त कला को बचाना हमारा धर्म है इसलिए मेरा परिवार इसे सीख रहा है।
  • जोधइया बाई ज्यादा पढ़ी लिखी नही हैं। लेकिन 10 साल से इन्होंने बैगा जनजाति की प्राचीन बैगिन चित्रकारी को दुनियां में प्रसिद्ध कर दिया। Padma Shri 2023

FAQ Section

Q. जोधइया बाई कौन हैं?

Ans. जोधइया बाई बैगा एक भारतीय आदिवासी महिला है जिन्होंने बैगा चित्रकारी को विलुप्त होने से बचाया है।इनका जन्म मध्यप्रदेश (भारत) में हुआ था। इनकी उम्र वर्तमान में 84 वर्ष. 

Q. 2023 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित?

Ans. वर्तमान 2023 में जोधइया बाई को राष्ट्रीयपति द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। जोधइया बाई की चित्रकारी विदेशों में भी काफी प्रसिद्ध हैं। जोधइया बाई ने लोहरा गांव उमरिया जिले में स्थित जनगण तस्वीर खाना से आदिवासी कला बैगा की शुरूआत की थी। जोधइया बाई ज्यादा पढ़ी लिखी नही हैं। लेकिन 10 साल से इन्होंने बैगा जनजाति की प्राचीन बैगिन चित्रकारी को दुनियां में प्रसिद्ध कर दिया।

Q. जोधइया बाई की वर्तमान में उम्र कितनी हैं?

Ans. उम्र 84 वर्ष (2023 में)। 

Q. जोधइया बाई के पति कौन है? 

Ans. नाम ज्ञात नहीं, 40 साल की उम्र में उनके पति चल बसे। जोधइया के परिवार में उनके बेटे और बहू हैं।


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