संजना सिंह परिचय
आज हम आपको एक ऐसी ट्रांसजेंडर की कहानी बताने जा रहे हैं, जिनका नाम संजना सिंह हैं. Sanjana Singh Transgender biography in hindi – जो मध्यप्रदेश की पहली पैरा लीगल वालंटियर ट्रांसजेंडर से जानी जाती हैं। संजना का जन्म मध्यप्रदेश में मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। संजना वर्तमान में समाज कल्याण विभाग में निदेशक के पी.ए के रूप में काम करती है। संजना स्वच्छ भारत अभियान की ब्रांड एंबेसडर भी हैं। आइए हम आपको उनके जीवन से परिचित कराते हैं –
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पूरा नाम – संजना सिंह राजपूत |
जन्म – 1983 वर्ष |
जन्म स्थान – भोपाल, मध्य प्रदेश |
उम्र – 39 वर्ष, 2022 में |
पेशा – समाज सेविका |
प्रसिद्धि का कारण – स्वच्छ भारत अभियान में ब्रांड एंबेस्डर और मध्यप्रदेश की पहली पैरा लीगल वलिटियर किन्नर |
धर्म – हिंदू |
नागरिकता – भारतीय |
जाति – राजपूत |
विवाह की स्थिति – अविवाहित |
वर्तमान निवास – भोपाल (मध्य प्रदेश) |
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संजना सिंह जन्म एवं प्रारंभिक जीवन (Birth and Early life)
संजना सिंह का जन्म सन् 1983 मे मध्यप्रदेश के भोपाल मे हुआ था. संजना का नाम बचपन में संजय था, क्योंकि उनके माता-पिता नहीं चाहते थे कि समाज में उनका नाम खराब हो और उन्हें किन्नर उठाकर अपने साथ ले जाएं। संजना खुद बताती हैं कि उनका बचपन वैसा ही बीता जैसा किसी किन्नर का बीतता है। जब वह 7- 8 साल की थी, तब उनके हाव-भाव लड़की जैसे लगने लगे थे।
संजना को बचपन से ही सजने सवरने का काफी शौक था। एक बार सजना ने अपनी मां की साड़ी पहनकर डांस कर रही थी तभी उनके पिता आ गए और उन्हें बहुत मारा, जब संजना 15 साल की थी. तब उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था, क्योंकि उन्हें लगने लगा था कि यहां उनको कोई नहीं समझता. वह अपने समुदाय के लोगों के साथ ही रहना चाहती हैं। sanjana Singh hindi.
संजना सिंह की शिक्षा (Education)
संजना जब 15 साल की थी तब उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था, इसलिए उनकी पढ़ाई भी छूट गई थी. लेकिन बाद में उन्होंने 10वीं और 11वीं की परीक्षा प्राइवेट दी और अपनी पढ़ाई जारी रखी. बाद में उन्होंने साल 2019 में इग्नू से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया। क्योंकि संजना को शिक्षा के महत्व के बारे में पता था. उन्होंने कई केंद्र को जागरूक भी किया। संजना पढ़ने में काफी होशियार थी, लेकिन उन्हें स्कूल में कई बार लड़कों द्वारा सताया गया, इसलिए पढ़ाई छूट गई थी. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी पढ़ाई पूरी की। sanjana Singh kinnar story in hindi.
संजना सिंह का परिवार (Family)
संजना का जन्म एक राजपूत परिवार में हुआ था। संजना के पिता पुलिस में थे और मां एक ग्रहणी थी। संजना के परिवार में दो बड़े भाई बहन थे। संजना अपने माता-पिता की तीसरे नंबर की संतान थी। संजना का परिवार एक खुशहाल परिवार हुआ करता था, लेकिन उनके माता-पिता को संजना की लड़कियों जैसी हरकत पसंद नहीं थी। संजना के माता-पिता ने कई सालों तक अपने लड़के की पहचान छुपा कर रखी थी. उन्हें बचपन से ही लड़का जैसा मानने लगे थे। sanjana Singh kinnar in hindi.
- पिता का नाम – ज्ञात नहीं
- माता का नाम – ज्ञात नहीं
- भाई- बहन का नाम – ज्ञात नही
संजना सिंह की शारीरिक बनावट (Physical appearance)
- उम्र – 39 (2022 में)
- वजन – 65 kg approx.
- हाइट – 5’6
- बालों का रंग – ब्राउन
- त्वचा का रंग – गोरा
- आंखो का रंग – काला
संजना सिंह का करियर (Career)
संजना खुद बताती है कि जब वह 15 साल की थी तब उन्होंने घर छोड़ दिया था. क्योंकि उन्हें बहुत अपमान झेलना पड़ता था। 15 साल की उम्र में घर छोड़ने के बाद संजना ने विदिशा के एक किन्नर डेरे में रहने का सोचा. उन्होंने गुरु दीक्षा ली और पूरी तरीके से किन्नर बन चुकी थी। लेकिन उन्हें बधाइयां देखकर पैसे कमाने पसंद नहीं थे, इसलिए उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखने का सोचा। संजना सिंह साल 2006 में स्वच्छता अभियान से जुड़ी और उन्होंने समाज के साथ मिलकर मध्य प्रदेश के 15 ग्राम पंचायतों में से 7 ग्राम पंचायतों मे खुले में शौचमुक्त कराने में अहम भूमिका निभाई.
इनके जीवन पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनी और एक बुक भी लांच हुई । फिर साल साल 2007 में संजना ने एक एनजीओ में नौकरी की, इस नौकरी में उन्हें किन्नर समाज में एचआईवी के लिए जागरूक अभियान चलाना था. संजना ने इंटरव्यू दिया और सिलेक्शन हो गया। संजना ने मन में ठान ली थी कि उन्हें किन्नर होने की वजह से परिवार ने ठुकराया तथा बेइज्जत किया, तो मे उस परिवार की मिसाल बनूं।
फिर संजना एलजीबीटी ग्रुप में जॉब करने लगी, पर ऑफिस में भी उन्हें अपमान सहना पड़, उनके पीठ पीछे लोग हंसते थे, की किन्नर अब देश चलाएंगे. संजना ने सोच लिया था कि वह अब यह नौकरी नहीं करेंगी। तब उनके डायरेक्टर ने उन्हें समझाया और संजना ने 15 दिन की छुट्टी के बाद हिम्मत से समझाने पर ऑफिस ज्वाइन किया. आज संजना स्वच्छ भारत अभियान की ब्रांड एंबेसडर हैं। साथ की लोक अदालत खंडपीठ का सदस्य भी बनी।
किन्नरों के लिए नई पहल नई शुरुआत
संजना ने साल 2009 में किन्नरों के काम करने की एक संस्था बना ली. इस मुद्दे पर काम करने वाली मध्य प्रदेश की पहली संस्था थी। धीरे-धीरे लोग आने लगे और काम की सराहना करने लगे. वे धीरे-धीरे कामयाबी हासिल होने लगी। साल 2016 में मध्यप्रदेश सरकार ने संजना सिंह को स्वच्छ भारत अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाया। इस अभियान में संजना को अभिनेता अमिताभ बच्चन के साथ मंच पर खड़े होने का मौका मिला।
वर्तमान में किन्नरों की पहचान के लिए नई पहल
संजना सिंह बताती हैं कि उन्हें बचपन से ही किन्नर होने पर बहुत दुख मिला, लेकिन वे भविष्य में आने वाली किन्नरों को सम्मान देना चाहती हैं. वर्तमान में केंद्र सरकार की योजना के तहत किन्नरों को पहचान पद दिलाने का काम कर रही हैं, और युवा किन्नरों की पढ़ाई लिखाई पर भी काम कर रही हैं, ताकि भविष्य में किन्नरों को बराबर सम्मान मिले और वह सफलता हासिल करें।
संजना कहती है कि –
” जब दुख ज्यादा होता है तब परिवार को छोड़कर बच्चों को ट्रांसजेंडर समुदाय में जाना पड़ता है। आज भी हमारे देश में ट्रांसजेंडर होना एक अभिशाप है।”
संजना सिंह
संजना सिंह जी सोशल मीडिया अकाउंट
हमें संजना सिंह का कोई भी सोशल मीडिया अकाउंट नहीं मिल पाया है.
संजना सिंह की बायोपिक फिल्म (Sanjana Singh kinnar biopic film/movie)
संजय सिंह ने बचपन से ही बहुत अपमान सहा. स्कूल, परिवार सभी जगह उन्होंने ताने सुने. आज वर्तमान में संजना एक मिसाल हैं। विभिन्न मीडिया के अनुसार उनके जीवन पर एक बायोपिक फिल्म भी बनने जा रही है। फिलहाल में हमें फिल्म के नाम की जानकारी नहीं है। जानकारी मिलते ही हम आपको अपडेट कर देंगे।
संजना सिंह के सम्मान और अवार्ड (Reward and awards)
- साल 2016 में संजना सिंह को स्वच्छ भारत अभियान का ब्रांड एंबेसडर चुने जाने के बाद अमिताभ बच्चन के द्वारा सम्मान पुरस्कार भी प्राप्त हुआ।
- संजना सिंह के जीवन की कुछ रोचक बातें (Interesting facts)
- संजना सिंह एक ट्रांसजेंडर महिला है।
- संजना सिंह ने बचपन में बहुत अपमान सहा, लेकिन वह हारी नहीं और किन्नरों के सम्मान के लिए नई पहल शुरु की।
- संजना सिंह के जीवन पर आधारित एक फिल्म भी बन रही है।
- संजना का जन्म मध्यप्रदेश के भोपाल में हुआ था।
- संजना अपने माता पिता की तीसरी संतान थी।
- संजना सिंह के पिता पुलिस अधिकारी थे।
- संजना सिंह ने साल 2009 में किन्नरों के लिए काम करने की संस्था बनाई है।
- संजना सिंह मध्य प्रदेश की पहली ट्रांसजेंडर बनी, जिसने जिला विधि सेवा प्राधिकरण में पैरा लीगल वालंटियर के तौर पर काम किया।
“Study By Mind संजना सिंह की इस नई पहल को सैल्यूट करता है।”
FAQ Section
Q. संजना सिंह कौन हैं?
Ans. संजना सिंह हैं जो मध्यप्रदेश की पहली पैरा लीगल वालंटियर ट्रांसजेंडर से जानी जाती हैं। संजना का जन्म मध्यप्रदेश में मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। संजना वर्तमान में समाज कल्याण विभाग में निदेशक के पी.ए के रूप में काम करती है। संजना स्वच्छ भारत अभियान की ब्रांड एंबेसडर भी हैं।
Q. मध्यप्रदेश की पहली ट्रांसजेंडर जिला विधि सेवा प्राधिकरण अधिकारी कौन हैं?
Ans. संजना सिंह मध्य प्रदेश की पहली ट्रांसजेंडर बनी जिसे जिला विधि सेवा प्राधिकरण में पैरा लीगल वालंटियर के तौर पर काम किया।
Q. संजना सिंह के माता पिता कौन थे?
Ans. संजना का जन्म एक राजपूत परिवार में हुआ था। संजना के पिता पुलिस में थे और मां एक ग्रहणी थी।संजना के परिवार में दो बड़े भाई बहन को दो छोटे भाई बहन थे।संजना अपने माता-पिता की तीसरे नंबर की संतान थी।संजना का परिवार एक खुशहाल परिवार हुआ करता था
Q. संजना सिंह (किन्नर) का जन्म कहां हुआ था?
Ans. संजना सिंह का जन्म मध्यप्रदेश 1983 में हुआ था। संजना का बचपन में संजय नाम था क्योंकि मां उनके माता-पिता नहीं चाहते थे कि समाज में उनका नाम खराब हो और उन्हें किन्नर उठाकर ले जाएं।
Q. संजना सिंह की उम्र कितनी है?
Ans. उम्र – 39 वर्ष, 2022 में
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